पुस्तकालय


उत्तराखण्ड संस्कृत अकादमी का मुख्य उद्देश्य है विश्वभर में उपलब्ध संस्कृत अभिलेखों को एकत्रित कर पुस्तकालय/अभिलेखागार बनाना, जिससे संस्कृत के साहित्य के परिवर्धन एवं शोध को प्रोत्साहन प्राप्त होगा। उत्तराखण्ड संस्कृत अकादमी का पुस्तकालय विशिष्ट प्रकार का पुस्तकालय है। पुस्तकालय में निरंतर पुस्तकों की अभिवृद्धि की जाती है। अकादमी के पुस्तकालय में लगभग 10,000 पुस्तकें है जिसमें मुख्यतः संस्कृत एवं संस्कृति से संबंधित पुस्तकें है। पुस्तकालय में वेद, पुराण, साहित्य, व्याकरण, कला, अर्थशास्त्र, इतिहास, विज्ञान दर्शन, कल्प, वैदिक, अभिलेख, स्मृति, सुभाषित, ज्योतिष, तंत्र, नीति, संस्कार, योग, आयुर्वेद, नाटक, धर्म, शिल्प, पाण्डुलिपि, भाषा विज्ञान एवं भाषा शिक्षण आदि विषयों पर कई उपयोगी पुस्तकें हैं। पुस्तकालय में अकादमी का प्रकाशन, पत्र-पत्रिकायें, आयोजित कार्यक्रमों की सी.डी., डी0वी0डी0, डी0वी0सी0, एलबम भी उपलब्ध है। पुस्तकें मुख्यतः संस्कृत, हिन्दी, अंग्रेजी भाषा में उपलब्ध है परन्तु दान द्वारा प्राप्त पुस्तकों में उड़िया, पंजाबी, बंगला, मलयालम आदि भाषा की कुछ पुस्तकें भी सम्मिलित हैं। पुस्तकालय सभी पाठकों का स्वागत करता है एवं पुस्तकालय के नियमों के अनुसार पाठकों की मदद करने के लिए सदैव तत्पर रहता है। पुस्तकालय में पुस्तकों का चयन पाठकों द्वारा ओपन एक्सेस द्वारा किया जाता है।

क्रम स. अधिकारी/कर्मचारी का नाम पदनाम दूरभाष ई-मेल
1 श्रीमती रमा कठैत सहायक पुस्तकालयाध्यक्ष 8909802912 ramakathait@gmail.com