उत्तराखण्ड संस्कृत अकादमी के उद्देश्य एवं कार्य


विश्वभर में उपलब्ध संस्कृत अभिलेखों को एकत्रित कर पुस्तकालय/अभिलेखागार बनाया जायेगा, जिससे संस्कृत साहित्य के परिवर्धन एवं शोध को प्रोत्साहन प्राप्त होगा।
 
संस्कृत के ग्रन्थों एवं अभिलेखों का प्रकाशन।
 
संस्कृत साहित्य के विशिष्ट पुस्तकालय की स्थापना।
 
संस्कृत का सरलीकरण।
 
संस्कृत के वैज्ञानिक तथा अन्य विषयों से प्रासंगिकता एवं दूसरी भाषाओं में अनुवाद/उनका आधुनिक विकसित माध्यमों से प्रकाशन।
 
संस्कृत शिक्षण, प्रशिक्षण, शैक्षणिक शोध संगोष्ठी, परिचर्चा, कार्यशाला आदि का आयोजन करना।
 
संस्कृत भाषा एवं साहित्य के उच्च अध्ययन हेतु विशिष्ट कोटि के संस्कृत भाषा के विद्वानों एवं साहित्यकारों को संस्कृत के विकास, शोध, संवर्धन एवं परिवर्धन हेतु आर्थिक सहायता एवं

सुविधायें प्रदान करना। इनमें फैलोशिप, छात्रवृत्ति एवं अन्य गतिविधियाँ सम्मिलित हैं।
 
संस्कृत भाषा के पाठ्यक्रमों का निर्धारण, अध्ययन एवं अध्यापन को रुचिकर बनाना, पाठ्यक्रम सचित्र, सरल एवं बोधगम्य तैयार किया जाना।
 
संस्कृत की विश्वविख्यात संस्थाओं से साहित्य एवं आधुनिकतम तकनीकी का आदान-प्रदान तथा सम्पर्क करना।